Ripen Mangoes: खरीदते समय ऐसे पहचानें केमिकल से पके आम!

Sharda singh
May 13, 2024

गर्मी आते ही फलों के राजा पके आम की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ने लगती है. ऐसे में किसान इसे जल्दी पकाने के लिए केमिकल्स का इस्तेमाल करते हैं.

केमिकल्स से पके हुए आम को खाने से सेहत बिगड़ने का जोखिम होता है. इसलिए इसे खरीदते समय मोल भाव के अलावा अच्छी तरह से चेक कर लेना चाहिए.

फलों को पकाने के लिए इस्तेमाल किए जाना वाला कैल्शियम कार्बाइड जिसे मसाला भी कहा जाता है, FSSAI रेगुलेशन के तहत प्रतिबंधित है.

फ्लोट टेस्ट

आम केमिकल से पके हैं या नेचुरल तरीके से इसे जांचने के लिए एक बाल्टी पानी में इसे डाल दें. यदि आम आर्टिफिशियली पकाएं गए होंगे तो यह पानी पर तैरते नजर आएंगे.

स्किन टेस्ट

आम शुद्ध है या नहीं इसका पता लगाने के लिए इसके छिलके का रंग देखें. नेचुरल रूप से पके आम के छिलके असमान रूप से पीले और नारंगी देखते हैं, जबकि केमिकल से पके आम पूरी तरह से पीले नजर आते हैं.

स्मैल करके देखें

नेचुरल रूप से पके आम की खुशबू भी नेचुरल मीठी सी होती है. जबकि केमिकल से पके आम अजीब से स्मेल करते हैं.

चखकर देखें

आर्टिफिशियल तरीके से पकाए गए आम का स्वाद नेचुरल मीठा नहीं लगता है. इसमें एक तरह का फीकापन होता है.

दबाकर देखें

नेचुरल तरीके से पके आम में आर्टिफिशियल तरीके से पके आम की तुलना में ज्यादा रस होता है. ऐसे में खरीदते वक्त आप आम को दबाकर इसमें रस की मात्रा का अंदाजा लगा सकते हैं.

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